भले थे तो

भले थे तो किसी ने हाल त़क नहीं पूछा,

बुरे बनते ही देखा हर तरफ अपने ही चरचे हैं !!!

बहुत शौक था

पहले तो बहुत शौक था तुम्हें हाल पूछने का,
अब क्या हुआ तुम वो नहीं रहे या वक्त वो नही रहा…

इतिहास होता है

लोग अकसर उस जगाह
पे जाते हे जहा पे इतिहास होता है ,मगर हम तो जहा भी जाते हे वहा इतिहास
बना के आते है

बदलने की अपेक्षा

यदि शांति चाहते हो कभी दूसरों को बदलने की अपेक्षा मत रखो…

स्वंय बदलो, जैसे कंकर से बचने के लिए स्वंय जूते पहनना उचित है
न कि पूरी धरती पर कारपेट बिछाने की…