रात भर तारीफ मैँने की तुम्हारी
चाँद इतना जल गया सुनकर कि सूरज हो गया…..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
रात भर तारीफ मैँने की तुम्हारी
चाँद इतना जल गया सुनकर कि सूरज हो गया…..!!
ज़िन्दगी की हकीकत को बस इतना जाना है..!!.
दर्द में अकेले हैं और ख़ुशी में जमाना है..!!
बंधी है हाथ पे सब के घड़ियाँ मगर,
पकड़ में एक भी लम्हा नहीं..
प्यार आज भी तुझसे उतना ही है..
बस तुझे “एहसास” नही और हमने भी जताना छोड दिया…
जिनको मिली है, ताक़त दुनिया सँवारने की…
खुदगर्ज आज उनका ईमान हो रहा है…!!
मोहब्बत करने वालों को वक़्त कहाँ जो गम लिखेंगे,
ए दोस्तों
कलम इधर लाओ इन बेवफ़ाओं के बारे में हम लिखेंगे…..
इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने,
एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो .
लफ्ज तेरे मिठे ही लगते है.. आंख पढु तब दर्द समझ आता है..
थोड़ा प्यार और भिजवा दो,
हमने फिजूलखर्ची कर ली है….।।
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा….. तो हम तुमसे नही…. तुम हमसे मोहब्बत करते!!!!