कहने वालों का

कहने वालों का कुछ नहीं जाता​;
सहने वाले कमाल करते हैं;
कौन ढूंढें जवाब दर्दों के​;​
लोग तो बस सवाल करते है।

कभी हम भी

कभी हम भी हँसते खेलते और मुस्कुराते थे, ज़नाब….

ये इश्क़ की आदत ने सब कुछ बदल के रख दिया|