जो ऊसूलों से लड़ पड़ी होगी वो जरुरत बहुत बड़ी होगी,
एक भूखे ने कर ली मंदिर में चोरी शायद भुख भगवान से बडी होगी….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जो ऊसूलों से लड़ पड़ी होगी वो जरुरत बहुत बड़ी होगी,
एक भूखे ने कर ली मंदिर में चोरी शायद भुख भगवान से बडी होगी….
चल रहे है देश में पुरस्कार लौटाने के सिलसिले,?
उनसे भी कोई कह दे ☺ज़रा हमारा दिल लौटा दे..??❤
दो दिलो की मोहब्बत से जलते हैं लोग;
तरह-तरह की बातें तो करते हैं लोग;
जब चाँद और सूरज का होता है खुलकर मिलन;
तो उसे भी “सूर्य ग्रहण” तक कहते हैं लोग!
काज़ियो से नहीं पढवाया जाता कलमा इश्क का..
पढ़े नज़र-ऐ-यार जो, फिर होता नहीं किसी का..!
पेशानियों पे लिखे मुक़द्दर नहीं मिले
दस्तार कहाँ मिलेंगे जहाँ सर नहीं मिले
मेरे भाव का समंदर तुझसे,
मेरे शब्दों
की रचनायें तुझसे ,,
मैं इक
खोई खोई तस्वीर,
मेरे तस्वीर
के हर रंग तुझसे ।।
ज़मीं के नीचे धड़कता है कोई टूटा दिल,
यूँ ही नहीं आते ये तेज़ जलज़ले..!!
जब वक़्त करवट लेता हैं ना, दोस्तों… तो बाजियाँ नहीं, जिंदगियाँ पलट जाती है..!
न हथियार से मिलते हैं न अधिकार से मिलते हैं ,
दिलों पर कब्जे बस
प्यार से मिलते हैं…..
छुपे छुपे से रहते हैं,
सरेआम नहीं हुआ करते…
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं,
उनके नाम नहीं हुआ करते !!!