देश का माहौल

देश का माहौल इतना बिगड़ गया है कि आमिर खान,

शाहरूख खान को तो छोड़ीये ।।

अब तो स्वयं मोदी जी भी देश मे नही रहते.

किसी की कदर

सीख जाओ वक्त पर किसी की
कदर करना…
शायद सैल्फी इस बात का प्रमाण है के हम ज़िंदगी में
इतने अकेले रह गए है
कि हमारे आस पास हमारी फोटो खींचने वाले यार
दोस्त भी नहीं बचे”

कड़वा सच

जीवन का कड़वा सच ∥
गरीब आदमी जमीन पर बैठ जाए तो वो जगह उसकी औकात कहलाती है…
और
अगर कोई धनवान आदमी जमीन पर बैठ जाए तो ये उसका बड़ाप्पन कहलाता है….