કોઈ અસર નથી

છે આ શરીરની હાજરી ત્યાં સુધી લાગણી વરસાવી દે . . . પછી તસ્વીરને લાગણી ની કોઈ અસર નથી હોતી..

इश्क़ तो बस

इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने, एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो

उस खुशी का

उस खुशी का हिसाब कैसे हो… तुम जो पूछ लो “जनाब कैसे हो””

बारिश की तरह

तुम बरस के देखो बारिश की तरह, हम भी महकते रहेंगे मिटटी की तरह !!

जिंदगी उलझी पड़ी है

मैं भूला नहीं हूँ किसी को… मेरे बहुत अच्छे दोस्त है ज़माने में ……… बस थोड़ी जिंदगी उलझी पड़ी है ….. 2 वक़्त की रोटी ढूंढने में। ….

जन्नत का पता नहीं

लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!!किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में,यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता……….!!अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर,अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो, साया नहीं मिलता……..!!इस बेवफ़ा… Continue reading जन्नत का पता नहीं

जरा सँभलकर चलना

मिज़ाज बदलते रहते हैं हर पल लोगों के यहाँ ये मिज़ाजों का शहर है जरा सँभलकर चलना

कभी तबियत पूछना

कभी तबियत पूछना हमसे भी गुजरने वाले.. हाल-ऐ-दिल बयां करने का शौक हम भी रखते हैं ….!

समझ रहा हुँ

खामोश रहता हुँ क्योकि अभी दुनिया को समझ रहा हुँ! समय जरूर लुगाँ पर जिस दिन दाव खेलुँगा उस दिन खिलाङी भी मेरे होगे और खेल भी मेरा !!!

ताल्लुक हो तो

ताल्लुक हो तो रूह से रूह का हो … दिल तो अकसर एक दूसरे से भर जाया करते है

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