मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्यो ना हो…
खत्म तन्हाई के खंड़हरो मेँ ही होते है….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्यो ना हो…
खत्म तन्हाई के खंड़हरो मेँ ही होते है….!!
अपनी कीमत उतनी रखिए, जितनी अदा हो सके
अगर अनमोल हो गए तो तनहा हो जाओगे..!!
मैंने आंसू को समझाया, भरी महफ़िल में ना आया करो,
आंसू बोला, तुमको भरी महफ़िल में तन्हा पाते है,
इसीलिए तो चुपके से चले आते है…
बहुत तेज दिमाग चाहिए…..
गलतियाँ नीकालने के लिए ।
लेकिन एक सुंदर दिल होना चाहिए….
गलतियाँ कबुल करने के लिए ।
ना किस्सों से और ना किश्तों से..
ये ज़िन्दगी बनती है कुछ रिश्तों से…
मुझसे मिलना है तो मिल आके फ़क़ीरों की तरह,
मुझसे मिलने के लिए ख़ुद् को सिकन्दर न बना.. !!
झील की चादर पे फैली मौत सी ख़ामोश उदासी देखता हूँ…
पानी के इतने पास हूँ पर बिन तेरे ज़िंदगी प्यासी देखता हूँ?
मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो |
जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये|
एक पुरानी तस्वीर जिसमे तुमने बिंदी लगाई है,
मै अक्सर उसे रात में चाँद समझ के देख लेता हूँ|
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे….
मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!