बातचीत करनी है तो तुफानो की कर लहरो से तो हम लड़कपन में खेला करते थे !!
Tag: व्यंग्य
हम छोड़ देंगे
न कहा करो हर बार की हम छोड़ देंगे तुमको, न हम इतने आम हैं, न ये तेरे बस की बात है…!!
फासला अब भी
फासला अब भी , दो क़दमों का ही है ….. कदम कौन बढ़ाए , तय ये नहीं है …..!!
मौत देने के लिये
जहर के असरदार होने से कुछ नही होता दोस्त। खुदा भी राजी होना चाहिए मौत देने के लिये।।
तू बेवफा है
हमें तो कब से पता था के तू बेवफा है, तुझे चाहा इसलिए था की शायद तेरी फितरत बदल जाये..
तनहाई गवाह है
हो जो मुमकिन तो मुझे अपना बना लो तुम, मेरी तनहाई गवाह है मेरा अपना कोई नही ।
इन आंसूओं की
अगर इन आंसूओं की कुछ किमत होती, तो कल रात वाला तकिया अरबों में बिकता
हदों से गुजर गया
सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..
अगर तुम्हें यकीं है
अगर तुम्हें यकीं नहीं, तो कहने को कुछ नहीं मेरे पास.. अगर तुम्हें यकीं है, तो मुझे कुछ कहने की जरूरत नही..
तेरे बिन ये ज़िंदगी
कुछ च़ीजे बेमतलब़ की होती हैं.. . . जैसे तेरे बिन ये ज़िंदगी..