दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो, ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को, तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो.
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो, ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को, तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो.
वो मुझसे पूछती है, ख्वाब किस किस के देखते हो,
बेखबर जानती ही नही, यादें
उसकी सोने कहाँ देती हैं।
साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी,
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी,
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी,
बिना सोचे-समझे हर
ख़ुशी आपके नाम कर दी।
सँवरना ही है तो किसी की नज़रों में सँवरिए ज़नाब,
यूं आईने से अपना मिज़ाज
नहीं पूछा करते
हँसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर थी मेरी,
पर कोई हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता है |
ना जाने कौन सी दौलत हैं..!
दोस्तों के लफ़्जों में..!
बात करते है तो.!
दिल खरीद लेते हैं ..
वक्त ही जीवन का सबसे बड़ा गुरु होता है…
जो वक्त सिखाता है…कोई नहीं सीखा सकता…
टूट जायेगी तुम्हारी ज़िद की आदत उस दिन,
जब पता चलेगा की याद करने वाला अब याद बन गया
तुम वादा करो आखरी दीदार करनेआओगे,
हम मौत को भी इंतजार करवाएँगे तेरी ख़ातिर
हँसने की आदत से मशहुर हुआ करते थे
कभी हम भी इस जँहा मे,,,
.खुदा सलामत रखै उनको जिस शख्स ने
हमे रोना सिखा दिया