सभी के दामन में दाग होते है,
ये सुनकर लोग नाराज क्यों होते है??
Tag: व्यंग्य
जो वक़्त पे
जो वक़्त पे रिप्लाई नही देते,
वो वक़्त पे साथ क्या देंगे।।
तुझे मनाने के सारे तरीके
तुझे मनाने के सारे तरीके खत्म हुए,
पर तेरे रुठने के बहाने|
तुम्हें मुझ तक
तुम्हें मुझ तक मुझे तुम तक पहुँचाने के,
ख़ूबसूरत एहसास का नाम है शायरी।।
मैं तुझसे अब
मैं तुझसे अब कुछ नहीं मांगता ऐ ख़ुदा,
तेरी देकर छीन लेने की आदत मुझे मंज़ूर नहीं।।
इश्क़ का कैदी
इश्क़ का कैदी बनने का अलग ही मज़ा है,
छुटने को दिल नहीं करता और उलझने में मज़ा आता है।।
उसे बेवफा कहकर..
उसे बेवफा कहकर..हम अपनी ही नजरो में गिर जाते..क्यूंकि वो प्यार भी अपना था..और पसंद भी अपनी..
ना थी मेरी तमन्ना
ना थी मेरी तमन्ना कभी तेरे बगैर रहने की लेकिन,
मज़बूर को, मज़बूर की, मज़बूरियां, मज़बूर कर देती हैं…।।
मुसीबतों से निखरती हैं
मुसीबतों से निखरती हैं शख्सियतें यारों…….
जो चट्टानों से न उलझे वो झरना किस काम का…….
सब ही तारीफ़ करते हैं
सब ही तारीफ़ करते हैं मेरी तहरीरों की,
कभी कोई नहीं सुनता मेरे लफ़्ज़ों की सिसकियां |