तेरे कूचे में उम्र भर ना गए…सारी दुनिया की ख़ाक छानी है…
Tag: व्यंग्य
तेरी रुसवाइयों से
तेरी रुसवाइयों से डरता हूँ…
जब भी तेरे शहर से गुज़रता हूँ…
कुछ तेरी अज़मतो का
कुछ तेरी अज़मतो का डर भी था…कुछ अजीब थे ख़यालात मेरे…
जाने किन वादियो में
जाने किन वादियो में ठहरा है…गिरत-ऐ-हुस्न कारवाँ तेरा…
आज इतना महसूस किया
आज इतना महसूस किया खुद को
जैसे लोग दफन कर के चले गए हो मुझे|
बेअसर कहाँ होती है
बेअसर कहाँ होती है दुआ कोई भी…
या उसकी कुबूल होती है या मेरी कुबूल होती है!!
सब कहते हैं
सब कहते हैं ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार प्यार करना चाहिए, लेकिन तुमसे तो मुझे बार बार प्यार करने को दिल चाहता है।
सफ़र का लुत्फ़
सफ़र का लुत्फ़ लेना है तो सामान कम रखिये.. और जिंदगी का लुत्फ लेना है तो दिल मैं अरमान कम रखिये..
अकेले आये थे
अकेले आये थे और अकेले ही जाना है,
फिर ये अकेला रहा क्यूँ नहीं जाता..
मुकद्दर की लिखावट
मुकद्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा हो,
देर से क़िस्मत खुलने वालों का दुगुना फ़ायदा हो।