कुछ शिकायतें बनी रहें तो बेहतर है,
चाशनी में डूबे रिश्ते वफ़ादार नहीं होते…!!
Tag: व्यंग्य
लब ये ख़ामोश रहेंगे
लब ये ख़ामोश रहेंगे ये तो वादा है मेरा
कुछ अगर कर दें निगाहें तो ख़फा मत होना|
बस एक ही बात थी
बस एक ही बात थी जो मुक्कम्मल सुनी थी मैंने ,
वो एक बात जिसे रुक गया वो कहते कहते !
ये अलग बात है
ये अलग बात है की दिखाई न दे मगर शामिल जरूर होता है,
खुदकुशी करने वाले का कोई न कोई कातिल जरूर होता है !!❗❗❗
न लौटने की हिम्मत
न लौटने की हिम्मत है..
न सोचने की फुर्सत..
बहुत दूर निकल आए हैं..
तुमको चाहते हुए
मुस्कुराते पलको पे
मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते हैं,
आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम आते हैं,
आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं, जहाँ किसी ने कहा था,
कि ठहरो हम अभी आते हैं..
कभी नीम सी
कभी नीम सी जिंदगी ।
कभी नमक सी जिंदगी ।
मैं ढूंढता रहा उम्र भर
एक शहद सी जिंदगी।
ना शौक बङा दिखने का…
ना तमन्ना भगवान होने की…
बस आरजू जन्म सफल हो….
कोशिश “इंसानं” होने की.
पूछा है अपने
पूछा है अपने आप से मैं ने हज़ार बार,
मुझ को बताओ तो सही क्या चाहते हो तुम…
जुदा हुए वो लोग
जुदा हुए वो लोग कि जिन को साथ में आना था,
इक ऐसा मोड़ भी हमारी रात में आना था…
चेहरे बदल-बदल के
चेहरे बदल-बदल के मुझे मिल रहे हैं लोग,
ये क्या ज़ुल्म हो रहा है,मेरी सादगी के सांथ.!