by pyarishayri - July 12, 2017अपनी नाराज़गी किअपनी नाराज़गी कि कोई वजह तो बताई होती,हम ज़माने को छोड़ देते एक तुझे मनाने के लिए…
by pyarishayri - July 12, 2017फिर कभी नहीं हो सकतीफिर कभी नहीं हो सकती मुहब्बत सुना तुमने वो शख्स भी एक था और मेरा दिल भी एक ।
by pyarishayri - July 11, 2017आप हमें समझते है ……हम वो नहीं जो आप हमें समझते है …… हम वो है जो आप समझ ही नहीं पाते है …….
by pyarishayri - July 11, 2017दिलों में रहता हूँदिलों में रहता हूँ धड़कने थमा देता हूँ मैं इश्क़ हूँ, वजूद की धज्जियां उड़ा देता हूँ
by pyarishayri - July 11, 2017मंजिल मिल ही जायेगीमंजिल मिल ही जायेगी, भटकते हुए ही सही.. गुमराह तो वो हैं, जो घर से निकले ही नहीं।
by pyarishayri - July 11, 2017वो जिसकी याद मेवो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी। वो शख्श आज मुझको गरीब कह के चला गया ।।
by pyarishayri - July 10, 2017साथ थे तो शहरसाथ थे तो शहर छोटा था.. बिछडे तो गलिया भी लम्बी लगने लगी….
by pyarishayri - July 10, 2017बस दिलों को जीतना हीबस दिलों को जीतना ही जिंदगी का मकसद रखनावरनादुनिया जीतकर भी सिकंदर खाली हाथ ही गया…
by pyarishayri - July 10, 2017हमारी उम्र नहीं थीहमारी उम्र नहीं थी इश्क़ करने की बस तुम्हे देखा और हम जवां हो गए
by pyarishayri - July 10, 2017ज़मीं से हमें आसमाँ परज़मीं से हमें आसमाँ पर बिठा के गिरा तो न दोगे अगर हम ये पूछें कि दिल में बसा के भुला तो न दोगे|