तनहाई से नही

तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं …

जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..

मौका दे दे

गालिब ने भी क्या खूब लिखा है…

दोस्तों के साथ जी लेने का
मौका दे दे ऐ खुदा…
तेरे साथ तो मरने के बाद भी
रह लेंगें ।