करोडो में नीलाम

करोडो में नीलाम होते है यहाँ, एक नेता के
उतारे हुए सूट ।
वही कचरे में फेक देते है, ‘शहीदों की वर्दी और
बूट’ ।

जरूरी नहीं

आज का ज्ञान

अगर कोई दस बजे उठे…
तो जरूरी नहीं कि वो…
‘आलसी’ हो……….

हो सकता है उसके ‘सपने’ बड़े हों…!!

हर इसांन की

हर इसांन की ख्वाहिश होती है
कि सब

उसे पहचाने
,

पर
,
ये भी चिंता सताती है,
कि कोई सही में पहचान न ले…