उल्फ़त, मोहब्बत, वफ़ा, अफ़साने, अश्क। लगता है
वो आयी थी जिंदगी में
सिर्फ ऊर्दू सिखाने।
Tag: वक्त शायरी
Usoolo pe aanch
Usoolo pe aanch aaye….Toh takrana zaruri hai….
Zinda hai Toh… Zinda nazar aata zaruri hai..
आखों में आंसू
एक बुढा व्यक्ति अपना मोबाईल लेकर रिपेयरिंग की दुकान पर गया और दिखाया.
रिपेयरिंग वाले ने कहा: यह बिलकुल ठीक काम कर रहा है
वृद्ध की आखों में आंसू आ गये बोला : फिर इसमें मेरे बच्चो के फोन क्यों नही आते?
समय के एक तमाचे
समय के एक तमाचे की देर है प्यारे, मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या..
जिसके पेट भरे है
जिसके पेट खाली है वो झंडा बेच रहे हैं, और जिसके पेट भरे है वो अपना देश बेच रहे हैं।
अपनी मर्जी से
अपनी मर्जी से तो मुझे खाक भी मंजूर है…
तेरी शर्तो पर तो ताज भी मंजूर नहीं…!!!
इंसान सब कुछ
इंसान सब कुछ कोपी कर सकता है. . .
केवल नसीब या किस्मत कोपी नहीं कर सकता…
मन को बस
मन को बस थोडा सा मीठा कर लो क्योकि…..
इस धरा का …
इस धरा पर ही धरा रह जायेगा…
ऐसा ही प्यार रहेंगा
LOVE का सूक्ष्म विश्लेषण..
अगर आकर्षण वाला हैं तो एक शारीरिक सुख के बाद नहीं रहेगा,
पर रूह वाला होगा तो ताउम्र ऐसा ही प्यार रहेंगा !!
जिंदगी तो ऐसे
जिंदगी तो ऐसे चलती रहेगी
मगर
कुछ अलग हो जाये तो क्या बात है….
नहीं भरने मुझे रंग तरह तरह के हर जगह
मगर
कोई आके मेरे दिल में रंगोली बना जाये तो क्या बात है….
नहीं कहना मुझे कुछ किसी से कभी
मगर
कोई बिना कहे सब कुछ समझ जाये तो क्या बात है…..
काफी जाने पहचाने चेहरे मिलते हैं मुझे रोज यहाँ
मगर
अचानक से कोई अनजान चेहरा मेरे सामने आके मुस्करा जाए तो क्या बात है…..
जितना है हर कोई खुद के लिए यहाँ
मगर
कोई जिंदादिल किसी और के लिए दफ़न हो जाये तो क्या बात है….
ऐसे तो कुछ लिखना मुझे आता नहीं
मगर
ये लिखा हुआ आपको पसंद आ जाये एक बार कहना जरूर क्या बात है…