ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो।
एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है।
इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो तुम्हे चाहते है दिल से। क्योकि
कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर अमीर जरूर बना देते है।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो।
एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है।
इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो तुम्हे चाहते है दिल से। क्योकि
कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर अमीर जरूर बना देते है।
जीवन का आनंद लेने के लिये कल का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं…
जो यह क्षण है, वही जीवन है,
दिल से जियो और जीने दो…..
उस दिल कॊ कभी नज़रअंदाज मत करॊ जॊ तुम्हारी परवाह करता है,
क्यॊकीं तुम दुनियाँ के लिए एक हो, और किसी एक के लिए, सारी दुनियाँ…
कुछ लॊग मुझे अपना कहा करते थे…
सच कहूँ…
तॊ बस कहा करते थे…
लॊग कहते है कि तुम मुस्कुराते बहुत हॊ,
और एक हम है जॊ थक गए है दर्द छुपाते-छुपाते…
मैं खुश हूँ कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ,,वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है।।
यूँ ताकना बंद करॊ बार-बार इस आइने कॊ,
नजर लगा दॊगी देखना मेरी इकलौती मॊहब्बत कॊ…!
मीठी सी ठंढक है आज इन हवाओं में,
तेरी याद से भरा दराज शायद खुला रह गया..
कहने को ही मैं अकेला हूं.. पर हम चार
है.. एक मैं.. मेरी परछाई..
मेरी तन्हाई.. और तेरा एहसास..”
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, बीवी के
आगे माँ रद्द हो गई !
बड़ी मेहनत से जिसने पाला, आज
वो मोहताज हो गई !
और कल की छोकरी, तेरी सरताज हो गई !
बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!
पेट पर सुलाने वाली, पैरों में सो रही !
बीवी के लिए लिम्का,
माँ पानी को रो रही !
सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!
माँ मॉजती बर्तन, वो सजती संवरती है !
अभी निपटी ना बुढ़िया तू , उस पर बरसती है !
अरे दुनिया को आई मौत,
तेरी कहाँ गुम हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!
अरे जिसकी कोख में पला, अब
उसकी छाया बुरी लगती,
बैठ होण्डा पे महबूबा, कन्धे पर हाथ
जो रखती,
वो यादें अतीत की, वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द
हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!
बेबस हुई माँ अब, दिए टुकड़ो पर पलती है,
अतीत को याद कर, तेरा प्यार पाने को मचलती है !
अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!