काबे में रहो या काशी में
निस्बत तो उसी की ज़ात से है,
तुम राम कहो कि अल्लाह कहो
मतलब तो उसी की बात से है”..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
काबे में रहो या काशी में
निस्बत तो उसी की ज़ात से है,
तुम राम कहो कि अल्लाह कहो
मतलब तो उसी की बात से है”..
दिल से
ज्यादा महफूज जगह नहीं है दुनिया में,
लेकिन सबसे ज्यादा लापता
लोग यहाँ से ही होते है…॥
आज तोहफा लाने निकला था शहर में तेरे लिए,
कम्बखत खुद से सस्ता कुछ ना मिला।।
यदि कोई आपका अपना आपको गुस्सा
दिलाने में सफल होता है तो मान लें की आप उसके हाथों की
कठपुतली है।
एक रविवार ही है जो रिश्तों को संभालता है
वरना बाकि
दिन तो किश्तों को सँभालने में लग जाते है !!
तुलसी ये तन
खेत हैं,
मन वचन कर्म किसान |
पुण्य पाप ये दो बीज हैं,
क्या बोना हैं
ये तू जान ||
चलो चाँद का किरदार अपना ले हम दोस्तों ,
दाग
अपने पास रखे और रोशनी बाँट दे ||
उर्दू है मेरा
नाम मैं खुसरू की पहेली
मैं मीर की हम-राज़ हूँ ग़ालिब की सहेली
अफसोस
तो है तेरे बदल जाने का मगर,
तेरी कुछ बातों ने मुझे जीना सिखा
दिया…॥
बेगाना हमने तो नहीं
किया किसी को…
लेकिन जिसका दिल भरता गया वो दूर जाता
गया !!!