कब्र को देख के,
ये रंज होता है,
दोस्त के इतनी सी जगह
पाने के लिए कितना जीना पड़ता है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कब्र को देख के,
ये रंज होता है,
दोस्त के इतनी सी जगह
पाने के लिए कितना जीना पड़ता है|
तेरी हसरत दिल में यूँ बस गई है,
जैसे अंधे को हसरत आँखों की…
कितना अच्छा लगता है ,
जब कोई कहता है……
अपना ख्याल रखना मेरे लिए !!
ज़ुल्म के सारे हुनर हम पर यूँ आजमाए
जुल्म भी सहा हमने और जालिम भी कहलाये|
कोई नहीं है दुश्मन अपना फिर भी परेशान हूँ मैं,
अपने ही क्यूँ दे रहे है जख्म इस बात से हैरान हूँ मैं !!
दौड़ती भागती दुनिया का ये ही तोहफा है…
खूब लुटाते रहे अपनापन , फिर भी लोग खफा है ..!!
अंग्रेजी की किताब बन
गयी हो तुम……..
.
पसंद तो बहुत आती हो पर समझ
नही आती हो…
मुझसे मोहब्बत में सलाह मांगते है लोग…
तेरा इश्क़ मुझे ये तजुर्बा दे गया…
फैंसला ये है की अब आवाज नहीं देनी किसी को…
हम भी देखे कौन कितना तलबगार है हमारा…
सिर्फ ख़ुशी में आना तुम.
अभी दूर रहो थोड़ा परेशां हूँ मैं ..