मैंने मौसम बदलते हुए

मैंने मौसम बदलते हुए हमेशा देखा है,
दोस्त बदलते है ऐसा पहली बार देखा है.
किसी ने सच कहा है अक्सर
वोही लोग दर्द देते है जो दिल के करीब होते है.

चलती नहीं दुनिया

चलती नहीं दुनिया किसी के आने से,
रूकती नहीं दुनिया किसी के जाने से.
प्यार तो सबको मिल जाता है,
कमी का पता तो चलता है किसी के दूर जाने से.

मत रहो दूर

मत रहो दूर हमसे इतना के अपने फैसले पर अफसोस हो जाये…

कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी…

के आप हमसे लिपटकर रोये और हम ख़ामोश हो जाये..!

काश यह जालिम जुदाई

काश यह जालिम जुदाई न होती!
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती!
न हम उनसे मिलते न प्यार होता!
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती!

वो दर्द ही क्या

वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए!
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए!
कभी तो समझो मेरी खामोशी को!
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें!

अँधेरे ही थे

अँधेरे ही थे मेरे अपने भी अब रौशनी पाने को जी चाहता है
रहो में भटक रहा था में अब तक अब अपनी मंजिल पाने को जी चाहता है।