तारीखें… हज़ारों साल में बस इतनी ही बदली,पहले दौर था पत्थरों का,अब लोग हैं पत्थरों के…!!
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कहाँ मिलता है
कहाँ मिलता है कोई दिल से चाहने वाला जनाब
यहाँ समझोतों पर सब रिश्ते चल रहे है|
बाहें डाल कर
बाहें डाल कर , मेरी गर्दन तो नाप ली,
अब फन्दे मोहब्बत के , बनाना शुरू करो..!
तुझे रात भर
तुझे रात भर ऐसे याद करता हूँ मैं जैसे सुबह इम्तेहान हो मेरा ।
बस इसी बात पे
बस इसी बात पे फांसला रखा मैं ने.. वो..करीब था..हर किसी के..!!
ज़िँदगी का खेल अकेले नहीँ
ज़िँदगी का खेल अकेले नहीँ खेला जाता..
हमारी तो टीम है आ जाओ या बुला लो . . .
कहते हैं… काला रंग
कहते हैं…
काला रंग अशुभ होता है
पर स्कूल का वो ब्लैक बोड
लोगों की जिन्दगी बदल देता है…..
सच बोल-बोल कर
सच बोल-बोल कर यूं दुश्मनी कब तलक..
झूठ बोलना सीख..कुछ दोस्त बना ले
अब कोई नक्शा नही
अब कोई नक्शा नही उतरेगा इस दिल की दीवार पर….!!
तेरी तस्वीर बनाकर कलम तोड़ दी मैंने…
हम भी मुस्कुराते थे
हम भी मुस्कुराते थे कभी बेपरवाह अंदाज से
देखा है खुद को आज पुरानी तस्वीरों में..!!