इंतजार तो बस उस दिन का है
जिस दिन तुम्हारे नाम
के पिछे हमारा नाम लगेगा|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इंतजार तो बस उस दिन का है
जिस दिन तुम्हारे नाम
के पिछे हमारा नाम लगेगा|
मत तोल मोहब्बत मेरी
अपनी दिल्लगी से….
चाहत देखकर मेरी अक्सर
तराज़ू टूट जाते है |
यादों के सहारे दुनिया नही चलती,
बिना किसी शायर के महफ़िल नही बनती,
एक बार पुकारो तो आए दोस्तों,
क्यों की दोस्तों के बिना ये धड़कने नही चलती…
फूलों ने अमृत का जाम भेजा है
सूरज ने गगन से सलाम भेजा है
मुबारक हो आपको नयी
सुबह तहे-दिल से हमने
ये पैगाम भेजा है!
दिल धड़कने लगता है ख़यालों से ही,
ना जाने क्या हाल होगा मुलाक़ातों में.
अधूरी हसरतों का आज भी इलज़ाम है तुम पर,
अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत ख़त्म ना होती…
लगता है आज ज़िन्दगी कुछ ख़फ़ा है,
चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफ़ा है..
सीने पे तीर खाके भी अगर कोई मुस्कुरा दे तो……
निशाना लाख अच्छा हो मगर बेकार जाता है…….!!!
दुख फ़साना नहीं के तुझसे कहें
दिल भी माना नहीं के तुझसे कहें
आज तक अपनी बेकली का सबब
ख़ुद भी जाना नहीं के तुझसे कहें|
नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती है चोटें अक्सर,
रिश्ते निभाना बड़ा नाज़ुक सा हुनर होता है
मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते।