मैं तो फिर भी

मैं तो फिर भी इंसान हूँ,बहक जाना फितरत में शामिल है मेरी

हवा भी उसको छूने के बाद देर तक नशे में रहती है|

न जाने क्यूँ

न जाने क्यूँ हमें इस दम तुम्हारी याद आती है,

जब आँखों में चमकते हैं सितारे शाम से पहले….