उस देश में

उस देश में औरत का मरतबा

कैसे बुलंद हो सकता है,
जहाँ मरदों की लड़ाई में गालियां मां -बहन की दी
जाती है.!!

माला की तारीफ़ तो

माला की तारीफ़ तो करते हैं सब,
क्योंकि मोती सबको दिखाई देते हैं..

काबिले तारीफ़ धागा है जनाब जिसने सब को जोड़ रखा है.

ये दुनियाँ ठीक

ये दुनियाँ ठीक वैसी है जैसी आप इसे देखना पसन्द करते हैं।

यहाँ पर किसी को गुलाबों में काँटे नजर आते हैं तो किसी को काँटों में गुलाब !!

मयखाने से पूछा

मयखाने से पूछा आज,इतना सन्नाटा क्यों है,
.
मयखाना भी मुस्कुरा के बोला,

लहू का दौर है, साहेब

अब शराब कौन पीता है…..!!……..

हर इसांन की

हर इसांन की ख्वाहिश होती है
कि सब

उसे पहचाने
,

पर
,
ये भी चिंता सताती है,
कि कोई सही में पहचान न ले…