दिया है रब ने

दिया है रब ने सबकुछ तो फिर फरियाद क्या करें..
दिल हो चाहत से परेशान तो जज़बात क्या करें..
आप सोचते होगे कि आज मुझे याद नहीं किया…
जब कभी भूले ही नहीं तुम्हें तो याद क्या करें।

याद टूट कर

जिस दिन भी तेरी याद टूट कर आती है “ऐ जान”

मेरी आँखों के साथ ये बारिश भी बरस जाती है…