हाथ की लकीरें

हाथ की लकीरें पढने वाले ने तो मेरे होश ही उड़ा दिये
मेरा हाथ देख कर बोला….
तुझे मौत नहीं किसी की चाहत मारेगी

आगे निकल जाएँ

जिन्दगी में कितने भी आगे निकल जाएँ, “फिर भी सैकड़ों लोगों से पीछे रहेंगे!

“जिन्दगी में कितने भी पीछे रह जाएँ!
“फिर भी सैकड़ों लोगों से आगे होगें!

“अपनी जगह का लुत्फ़ उठाएँ!
“आगे पीछे तो दुनिया में चलता रहेग।
सदा मुस्कुराते रहिये