आईना ख़ुद को समझते है बहुत लोग यहाँ …..
आईना कौन है उनको दिखाने वाला..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आईना ख़ुद को समझते है बहुत लोग यहाँ …..
आईना कौन है उनको दिखाने वाला..
कामयाब लोग ” अपने फेसले ” से दुनिया बदल देते हे !! और नाकामयाब
लोग दुनिया के डर से “अपने फेसले ” बदल लेते हे !!
थोडा उत्सुक
हूँ ,थोडा डर रहा हूँ ।
तेरे आने का इंतजार कर रहा हूँ ।
उछाल कर के
सिक्का ख्वाबों का ।
मैं अपनी किस्मत को पढ रहा हूँ ।
उलझा हुआ हूँ अभी तक उसकी बातों में,
लफ्ज उसके बहुत घुँघराले है….!!!
लफ्ज़ो से तरावट जा नही सकती,
लहज़े में बनावट आ नही सकती, ये सिला है माँ बाँप की दुआओ का
“साहिल”,
तेरे कामों में कभी रुकावट आ नही सकती ।।
मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो ,
हम उसे
भी जीना सिखा देते हैं जिसे मरने का शौक हो ।
जिक्र होता है जब कहीं मुहब्बत का
तेरा नाम हौले से
लेकर मेरे लब मुस्कुराते हैं
याद करता होगा वो मुझे….
मेरे दिल से ये वहम क्यों नहीं जाता.!!!
तूफान भी आना ,…
जरुरी है जिंदगी में..
तब जा कर पता चलता है …
कौन” हाथ छुड़ा कर भागता है.. और “कौन” हाथ पकड़ कर.
मैं जैसा हूँ , मुझे वैसा ही
रहने दे अगर मैं सुधर गया ,तो तुझे मुझसे प्यार हो जाएगा