सारी उम्र बस

तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ
ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ
मुलाक़ात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी
सारी उम्र बस एक मुलाक़ात में गुज़ार लूँ

सागर में लहरें

दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो, ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,

बहुत चोट लगती है मेरे दिल को, तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो.

बिना सोचे-समझे

साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी,
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी,
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी,
बिना सोचे-समझे हर
ख़ुशी आपके नाम कर दी।