बस यही सोच कर

बस यही सोच कर हर मुश्किलों से लड़ता आया हूँ…!

धूप कितनी भी तेज़ हो समन्दर नहीं सूखा करते…।।

माना की आज

माना की आज इतना वजुद नही हे मेरा पर…

बस उस दिन कोई पहचान मत निकाल लेना जब मे कुछ बन जाऊ…