हो सके तो अब के कोई सौदा न करना,
मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ………
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हो सके तो अब के कोई सौदा न करना,
मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ………
छुप के आता है कोई हर रात मेरे ख्वाब सजाने,
फूल हर सुबह महकते है सिरहाने मेरे …
हमारे अलावा किसी और को अपना इश्क़ बना कर देख लो…
आपकी हर धड़कन कहेगी उनकी वफ़ा मैं कुछ और बात थी…!!
ऐ खुदा इश्क़ में दोनों को मुकम्मल कर दे
उसे दीवाना बना दे….. मुझे पागल कर दे
सोचते हे सीख ले हम भी
बेरुखी करना,
प्यार निभाते-२ अपनी ही कदर खो दी हमने।
झूठ बोलते है वो लोग जो
कहते हैं, हम सब मिटटी से
बने हैं…!!
मैं एक शख्स से वाकिफ हूँ, जो पत्थर का बना हैं….!!
कोई ज़हर कहता है कोई
शहद कहता है….
दोस्त,
कोई समझ नही पाया ज़ायका मोहब्बत का ।
गुज़र जायेगी ये ज़िन्दगी उसके
बगैर भी..
…
वो हसरत-ऐ-ज़िन्दगी है, शर्त-ऐ-ज़िन्दगी तो नहीं ।
दिखावे की मोहब्बत से बेहतर है दिल से नफरत
किजिये हमसे…
हम सच्चे जज्बातो की बडी कदर करते हैं
किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह दोस्तों के
दिल मे….
यूँ ही हर शख्स तो जन्नत का हक़दार नहीं होता….