देख के याद आया

कल तुझे देख के याद आया हम भी कभी तेरे हुआ करते थे|

उसूलों पर अगर आ जाये

उसूलों पर अगर आ जाये, तो टकराना जरुरी है! जिन्दा हो तो जिन्दा नज़र आना जरुरी है।

धूप बर्दाश्त करना सीख़ लो

अब ये धूप बर्दाश्त करना सीख़ लो .. अब वो जुल्फे गैर हवाओं में लहराने लगी है..

तुम रख ही ना सकीं

तुम रख ही ना सकीं मेरा तोफहा सम्भालकर मैंने दी थी तुम्हे,जिस्म से रूह निकालकर|

किसी से प्यार ना करना

एक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना !!!! बस फिर क्या था,तब से मोहब्बत की नज़र से हमने खुद को भी नहीं देखा

पहली खता तुम हो

तुम्हे भूलू कैसे मैं… मेरी पहली खता तुम हो

मरता नहीं कोई जुदाई में

माना कि मरता नहीं कोई जुदाई में, लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में…

मुझे बहुत प्यारी है

मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी, चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी !!

ख़ुशी मेरी तलाश में

ख़ुशी मेरी तलाश में दिन रात यूँ ही भटकती रही.. कभी उसे मेरा घर ना मिला, कभी उसे हम घर पे ना मिले….!!

तुम मसीहा नहीं होते

मेरे होने में किसी तौर से शामिल हो जाओ, तुम मसीहा नहीं होते हो तो क़ातिल हो जाओ….

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