उफ़ ये गजब की रात और ये ठंडी हवा का आलम,
हम भी खूब सोते अगर उनकी बांहो में होते|
Tag: प्यारी शायरी
मोहब्बत के रास्ते
मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्युँ न हो…
खत्म तन्हाई के खंडहरों में ही होते है…!!
हजारों महफिलें है
हजारों महफिलें है और लाखों मेले हैं,
पर जहां तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं|
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे,
मगर हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो|
रफ्ता रफ्ता उन्हें भूले हैं
रफ्ता रफ्ता उन्हें भूले हैं मुद्दतों में हम..
किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हमसे पूछिये..
कभी पलकों पे
कभी पलकों पे आंसू हैं, कभी लब पर शिकायत है..
मगर ऐ जिंदगी फिर भी, मुझे तुझसे मुहब्बत है..
जनाजा देखकर मेरा
जनाजा देखकर मेरा वो बेवफा बोल पड़ी,
वही मरा है ना जो मुझ पर मरता था..
टूटे हुए ख्वाबों की
टूटे हुए ख्वाबों की चुभन कम नहीं होती,
अब रो कर भी आँखों की जलन कम नहीं होती….!!
ऐ काश ज़िन्दगी भी
ऐ काश ज़िन्दगी भी किसी अदालत सी होती,,,
सज़ा-ऐ-मौत तो देती पर आख़िरी ख्वाइश पूछकर…
बताओ तो कैसे
बताओ तो कैसे निकलता है जनाज़ा उनका,,,
वो लोग जो अन्दर से मर जाते है…