बडे अजीब लोग

बडे अजीब लोग हमने देखे चलते-फिरते यहाँ
खुद की जीत के लिए औरों को बदनाम करते सब यहाँ !!

अजीब हूं मैं

अजीब हूं मैं भी कि अपने आप को गंवाना चाहता हूँ … कि अपने आप से पीछा छुड़ाना चाहता हूँ … !!

इस कब्र में भी

इस कब्र में भी सुकूं की नींद नसीब नही हुई गालिब…

रोज फरिश्ते आकर कहते है आज कौई नया शेर सुनाओ|