बड़ा बाजार है ये दुनियां, सौदा संभल के कीजिये,
मतलब के लिफाफे में बेसुमार दिल मिलते है …….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बड़ा बाजार है ये दुनियां, सौदा संभल के कीजिये,
मतलब के लिफाफे में बेसुमार दिल मिलते है …….!!
इश्क है तो इश्क का इजहार होना चाहिये….
आपको चेहरे से भी बीमार होना चाहिये…
ऐरे गैरे लोग भी पढ़ने लगे हैं इन दिनों…
आपको औरत नहीं अखबार होना चाहिये…
जिंदगी कब तलक दर दर फिरायेगी हमें….
टूटा फूटा ही सही घर बार होना चाहिये…
ये हवा इश्क की लगी जबसे….
प्यार करना मुझे भी आया है…
रात होने से भी कहीं पहले….चाँद मेरा नजर तो आया है…
जख्म कैसे दिखाऊं ये तुमको….
सबने मिल के मुझे सताया है…
दर्द दे तो गया है आशकी का….हर तरफ आंसुओं का साया है…
किस तमन्ना से तुझे चाहा था…
किस मोहब्बत से हार मानी है…
ये जो भी आज हाल है…
सब तेरी ही मेहरबानी है…