इस से पहले कि

इस से पहले कि बेवफ़ा हो जाएँ
क्यूँ न ए दोस्त हम जुदा हो जाएँ

तू भी हीरे से बन गया पत्थर
हम भी कल जाने क्या से क्या हो जाएँ

प्यार में कोई

प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है

दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है

जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे

जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है |

हवा चुरा ले

हवा चुरा ले गयी थी मेरी ग़ज़लों की
किताब..
देखो,
आसमां पढ़ के रो रहा है.
और
नासमझ ज़माना खुश है कि बारिश हो
रही है..!

गाँव की गलियाँ

गाँव की गलियाँ भी अब सहमी-सहमी रहती होंगी ,
की जिन्हें भी पक्की सड़कों तक पहुँचाया वो मुड़के नहीं आये..!!