शायरी क्या है मुझे पता नहीं,
मै नग्मों की बंदिश जानता नहीं,
मै जो भी लिखता हूँ, मान लेना सब बकवास है,
जो कुछ भी हैं ये कैद इन अल्फाजों में,
बस ये मेरे कुछ दर्द और मेरे कुछ ज़ज्बात हैं.
Tag: दर्द शायरी
Khuda Mehrban Hai
Lagta hai mera khuda mehrban hai mujhper …
meri duniya me teri maujudgi yunhi to nahi hai ..
तेरी जगह आज भी
तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता
खूबी तूजमे नही कमी मुझमें है
फूलों की तरह
हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं।
तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं।
तनहाई से नही
तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं …
जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..
तेरी जगह आज भी
तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता
खूबी तूजमे नही कमी मुझमें है
फूलों की तरह
हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं।
तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं।
तनहाई से नही
तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं …
जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..