ऐ दिल मुझसे बहस ना कर अब चुप भी हो जा,,
उसके बिना साल गुजर गया दिसंबर और गुज़र जाने दे
Tag: जिंदगी शायरी
मिन्नतें करू मै
क्युं….उसको मनाने की मिन्नतें करू मै..
मुझे उस से मोहब्बत है….कोई मतलब तो नही..!!
किसी ना किसी
सीखा जाता है हर हुनर, किसी ना किसी उस्ताद से,
मगर जिंदगी के सबक जमाने की ठोकरें देती हैं।
जिंदगी में होते है
कुछ ऐसे हादसे भी जिंदगी में होते है….
ऐ दोस्त..
इंसान बच तो जाता है पर जिंदा नहीं रहता…..।।।।
मस्जिद की मीनारें बोलीं
मस्जिद की मीनारें बोलीं, मंदिर के कंगूरों से .
संभव हो तो देश बचा लो मज़हब के लंगूरों से
अच्छी होती है
शोहरत अच्छी होती है,
गुरूर अच्छा नहीं होता..
अपनों से बेरुखी सेे पेश आना,
हुज़ूर अच्छा नहीं होता !!
प्यार का अंदाज़
खुबसूरत हो लेकिन प्यार का अंदाज़ नहीं….
यही कमी हैं तुझमें के तेरा कोई हमराज नहीं
मैं दिया हूँ
मैं दिया हूँ ….
दुश्मनी तो सिर्फ़ अँधेरे से है मेरी ….
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ़ है …!!
इश्क में सिक्का
इश्क में सिक्का,,
जब भी उछाला..
जीत मेरी ही हुई
इस तरफ …आप …”ख्वाब” से थे
उस तरफ.. ख्वाब . .”आप” से थे.!
चाहने की आदत
बहुत कुछ बदला हैं मैने अपने आप में,
लेकिन, तुम्हें वो टूट कर चाहने की आदत अब तक नहीं बदली..