कदम रुक से गए

कदम रुक से गए आज फूलो को बिकता देख,
वो अक्सर कहा करते थे की प्यार फूलो जैसा होता हें…

वो तब भी थी

वो तब भी थी
अब भी है और
हमेशा रहेगी
ये मोहब्बत है ….
पढाई नही जो पूरी हो जाए…..

दिल की किताब में

दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जाएंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था…

याद है मुझे रात थी

याद है मुझे रात थी उस वक़्त जब शहर तुम्हारा गुजरा था फिर भी मैने ट्रेन की खिडकी खोली थी…

काश मुद्दतो बाद तुम दिख जाओ कहीं….