सागर का पानी घड़े में भरा नहीं जाता,
नाम दिल में हो तो खत में नहीं लिखा जाता
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सागर का पानी घड़े में भरा नहीं जाता,
नाम दिल में हो तो खत में नहीं लिखा जाता
मैं ख़ामोशी तेरे मन की तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा..!
मैं एक उलझा लम्हा तू रूठा हुआ हालात मेरा..!!
ख़्वाब टूटे हैं मगर हौंसले तो ज़िंदा हैं
हम वो शै है जहाँ मुश्किलें शर्मिंदा हैं।
एक खूबसूरत कहानी रात के आगोश में पनाह लेगी,
चाँद निकाह कराएगा और चाँदनी गवाही देगी….
बहुत दूर चले आयें है हम अपने गाँव और मकान से!
बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है ऐ शहर बेहतर जिंदगी बनाने में !!
एक नींद है जो
रात भर नहीं आती
और
एक नसीब है
जो पता नही कब से सो रहा है।
ना हमने चिट्ठी लिखी ना भेजे पैगाम बिना बुलाए आ गयीं कुछ यादें गुमनाम
वो मेरे चेहरे तक अपनी नफ़रतें लाया तो था,
मैंने उसके हाथ चूमे और बेबस कर दिया !
लोग पीठ पीछे इतनी बुराई करते हैं कि अब तो पीठ भी दर्द करने लगी
चलो कोई ऐसा तरीका ढूंढते हैं,
मन्द हवा भी चले और दिए भी जले।