सच बोलता हूँ तो टूट जाते हैं रिश्ते,
झूठ कहता हूँ तो खुद टूट जाता हूँ…
Tag: कविता
इसी फ़रेब में रखा है
दिल को इसी फ़रेब में रखा है उम्रभर
इस इम्तिहां के बाद कोई इम्तिहां नहीं !!!
कुछ ना कर सकोगे
कुछ ना कर सकोगे मेरा मुझसे दुश्मनी करके,
मोहब्बत कर लो मुझसे अगर मुझे मिटाना ही चाहते हो तो…
हर गम ने
हर गम ने ,हर सितम ने ,नया होसला दिया,
मुझको मिटाने वालो ने , मुझको बना दिया|
तू पँख ले ले
तू पँख ले ले,
मुझे सिर्फ हौसला दे दे ।
फिर आँधियों को मेरा नाम और पता दे दे
न सब बेखबर हैं
न सब बेखबर हैं,न होशियार सब,,,
ग़रज़ के मुताबिक हैं,किरदार सब…..
अजीब है ख्वाइशओ के
अजीब है ख्वाइशओ के सिलसिले भी…
नसीब से समझोता किए बैठे है…!!
सोचा था तुझपे
सोचा था तुझपे प्यार लुटाकर तेरे दिल में घर बनायेंगे…हमे क्या पता था दिल देकर भी हम बेघर रह जाएँगे.…
सोचता हुं तेरी तारीफ
सोचता हुं तेरी तारीफ में कुछ लिखुं !
फिर खयाल आया
की कहीं पढने वाला भीतेरा दिवाना ना हो जाए…
तुझे पाने की चाह
तुझे पाने की चाह में इतना कुछ खोया है…..
की अब तू मिल भी जाए तो भी अफ़सोस होगा….