विकल्प मिलेंगे बहुत,
मार्ग भटकाने के लिए,
संकल्प एक ही काफ़ी है,
मंज़िल तक जाने के लिए. . .
चलते रहिए…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
विकल्प मिलेंगे बहुत,
मार्ग भटकाने के लिए,
संकल्प एक ही काफ़ी है,
मंज़िल तक जाने के लिए. . .
चलते रहिए…
अच्छा दोस्त जिंदगी को जन्नत बनाता है.
इसलिए मेरी कद्र किया करो
वर्ना फिर कहते फिरोगे बहती हवा सा था वो;
यार हमारा वो; कहाँ गया उसे ढूढों!
किस्मत बुरी या मैं बुरा, ये फैसला ना हो सका;
मैं हर किसी का हो गया, कोई मेरा ना हो सका!
आँख बंद करके चलाना खंजर मुझपे, ऐ दोस्त;
कहीं मैं मुस्कुराया तो तुम पहले मर जाओगे..
बेशक तुमहे गुस्सा करने का हक हे मुजपे.
पर नाराजगी मे ये मत भुल जाना की
हम बहुत प्यार करते हे तुमसे।
जिन्दा रहो जब तक ,लोग कमियां ही निकालते हैं ,
मरने के बाद जाने कहाँ से इतनी अच्छाइयां ढूंढ लाते है
खुद पे भरोसा है तो खुदा साथ है
अपनो पे भरोसा हे तो दुआ साथ है
जिदंगी से हारना मत ऐ दोस्त ज़माना हो ना हो
ये दोस्त तेरे साथ है….
शेर की भुख ओर हमारा लुक दोनो ही जान लेवा हे !
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है..
पर अपना हैं कौन ?यह वक़्त ही बताता हैं
आइना होती है ये जिंदगी
मेरे दोस्त…
तू मुस्कुरा,
वो भी मुस्कुरा देगी…!