हर नज़र में

हर नज़र में एक कोशिश होती है, हर दिल में एक चाहत होती है. मुमकिन नहीं हे हर एक के लिए ताजमहल बनाना, क्योकि हर एक के दिल में चार – पांच मुमताज़ होती है!.

वो साथ था

वो साथ था हमारे या हम पास थे उसके…?

वो ज़िन्दगी थी कुछ दिन या थे ज़िन्दगी के कुछ दिन….?

खोऐ हुए थे

खोऐ हुए थे सभी अपनी जीन्दगी कि उलझनो मे !

जरा सी जमीन क्या हिली लोगो को खुदा याद आ गया !!!!!!!!

जो हमारा प्यार है

जो हमारा प्यार है,उन्हें किसी और से प्यार है,
बस हार गऐ हम ये जानकर की जिससे उन्हें प्यार है वो हमारा यार है…