भिगों कर रख दिया
तुम्हारी यादों ने इतना,
कि बारिश में भीगने का
अब मन नहीं करता…
Category: शायरी
मोहब्बत को खोकर भी
अपनी मोहब्बत को खोकर भी जो संभल जाते है,
बहोत मजबूत हो जाते है वो लोग जिन्दगी में !!
मुझसे मोहब्बत में
मुझसे मोहब्बत में सलाह मांगते है लोग…
तेरा इश्क़ मुझे ये तजुर्बा दे गया…
अगर ज़िंदगी मे
अगर ज़िंदगी मे कुछ पाना हो तो,अपने तरीके बदलो इरादे नही।
हवा चुरा ले
हवा चुरा ले गयी थी मेरी ग़ज़लों की
किताब..
देखो,
आसमां पढ़ के रो रहा है.
और
नासमझ ज़माना खुश है कि बारिश हो
रही है..!
गाँव की गलियाँ
गाँव की गलियाँ भी अब सहमी-सहमी रहती होंगी ,
की जिन्हें भी पक्की सड़कों तक पहुँचाया वो मुड़के नहीं आये..!!
अपने लफ़्ज़ों में
ताकत अपने लफ़्ज़ों में डालों आवाज़ में नहीं..
क्यूँकि फसल बारिश से उगती है बाढ़ से नहीं..
कहानी जब भी
कहानी जब भी लिखूंगा अपनी उजड़ी हुई ज़िन्दगी की
सबसे मजबूत किरदार में तेरा ही ज़िक्र होगा..!!
इकट्ठा कर लिए
इकट्ठा कर लिए हथियार जितने लड़ने वालों ने….!!
इकट्ठे करते इतने फूल तो दुनिया महक जाती…..!!
कल ही तो तौबा की
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से… कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया।।