दुख जमा कर सकते है।

“माँ” एक ऐसी ‘बैंक’ है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है।

और

“पापा” एक ऐसा ‘क्रेडिट कार्ड’ है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते है॥

राज ए उल्फत

राज ए उल्फत का तजूरबा तो हो

तेरा दिल मुझपे आशियाना तो हो

चांद निकलेगा रोज मेरे

घर में हुस्न जैसा कोई आईना तो हो |