सिर्फ इतना उसे बता देना……!
मुझे आता नहीं भुला देना…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सिर्फ इतना उसे बता देना……!
मुझे आता नहीं भुला देना…
आरजू है कि एक बस तू हो या तेरा अहसास हो…
गर दोनो ना हो तो ना मै रहूँ ना मेरा अहसास हो..
किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया हैं ये दिल,
कोई रहता भी नहीं और कमबख्त बिकता भी नहीं.
तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तजार में तब तक .?
मैं मांग के आऊं खुदा से तुमको जब तक ..
इंसान बनने की फुर्सत ही नहीं मिलती,
आदमी मसरूफ है इतना, ख़ुदा बनने में…
एक तो सुकुन
और एक तुम,
कहाँ रहते हो आजकल ??
मिलते ही नही
आँख भर आयीं तुम्हारी .. क्यों मुझे देख कर ….
भला पत्थर भी रोते हैं कभी शीशे के ज़ख़्मों पर
चोरी न करें,झूठ न बोलें तो क्या करें
चूल्हे पे क्या उसूल पकाएंगे शाम को…
मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओं के डाल दे ऐ दोस्त,
क्या पता तेरे लब हिलें,और मेरी तक़दीर संवर जाये…!!!
लोगो ने कुछ दिया, तो सुनाया भी बहुत कुछ !!
ऐ खुदा…
एक तेरा ही दर है, जहा कभी ताना नहीं मिला ..