कुछ अधूरा सा कहा है..
तुम पूरा समझ लेना..!
Category: वक़्त शायरी
लफ्ज् दिल से
लफ्ज् दिल से निकलते हैं
दिमाग से तो मतलब निकलते है
हँसी किसी की
मुस्कुराओ…..
क्योंकि आपकी हँसी किसी की ख़ुशी का कारण बन सकती है।
परिवार में रिश्ते
परिवार में रिश्ते तभी तक कायम रह पाते हैं
जब तक हम एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है
पहली शर्त है
मुस्कुराओ….
क्योंकि यह मनुष्य होने की पहली शर्त है।
एक पशु कभी भी नहीं मुस्कुरा सकता।
क्रोध में दिया
मुस्कुराओ…..
क्योंकि क्रोध में दिया गया आशीर्वाद भी बुरा लगता है
और मुस्कुराकर कहे गए बुरे शब्द भी अच्छे लगते हैं।
ऐसा नहीं कि
ऐसा नहीं कि कहने को कुछ नहीं बाकी,
मैं बस देख रहा हूँ क्या ख़ामोशी भी समझते हैं सुनने वाले…!
मुद्दतों बाद ये
मुद्दतों बाद ये दस्तक कैसी,,
ज़रूर कोई मतलबी होगा!!
Dekh Kar Ye
Maila libash dekh kar ye faisla na
Kar….
Mai kis darkht ka fool hu ye fal btayega……..
Khushi Se Phirta
Kon yonhi khushi se phirta hai
ghar hi jata jo mera ghar hota