जहाँ से इश्क ख़त्म होता है
वहाँ से जिंदगी शुरू होती है।
Category: वक़्त शायरी
काश तुम भी
काश तुम भी हो जाओ
तुम्हारी यादों की तरह.
ना वक़्त देखो, ना बहाना, बस चले आओ…
तेरे आने से पहले
दो ही गुज़रे हैं वक़्त कठीन
एक तेरे आने से पहले एक तीरे जाने के बाद
जिन्दगी जख्मो से
जिन्दगी जख्मो से भरी है,
वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से,
फिलहाल दोस्तों के साथ जिन्दगी जीना सीख
लो..!!
चीजें बेच रहा हूँ
आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं,
है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए !!
बन के तुम मेरे
बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो,
…
अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।
मेरी सादगी से
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर…!!
पैसौ की अमीरी तो आम बात है ..
दिल की अमीरी खुदा किसी किसी को देता है.
चलो छोड़ दो
चलो छोड़ दो मुझकों मग़र इतना तो बता दो
की तुम मुझें याद करते थे या वक़्त बर्बाद करते थे !!!
प्यार उम्मीद से
तुम आओ और कभी दस्तक तो दो इस दिल पर,
प्यार उम्मीद से काम हो तो सजा ए मौत दे देना..
अपनी महफ़िल से
ग़रीब समझकर आज उसने उठा दिया हमें अपनी महफ़िल से ?
.
कोई मेरी ख़ातिर पूछे उनसे, क्या चाँद की महफ़िल में सितारे
नहीं होते ??