तू तो हँस हँसकर

तू तो हँस हँसकर जी रही है,
जुदा होकर भी..
कैसे जी पाया होगा वो,
जिसने तेरे सिवा जिन्दगी कभी सोची ही नहीं..

सोचा ना था

सोचा ना था वो शख्स भी इतना जल्दी
साथ छोङ जाएगा…!!!
.
जो मुझे उदास देखकर कहता था…!!!
“मैँ हू ना”…..

तरसते थे जो मिलने को

तरसते थे जो मिलने को हमसे कभी!
आज वो क्यों मेरे साए से कतराते हैं!
हम भी वही हैं दिल भी वही है!
न जाने क्यों लोग बदल जाते हैं!

आज पास हूँ

आज पास हूँ तो क़दर नहीं है तुमको,
यक़ीन करो टूट जाओगे तुम मेरे चले जाने से !!

हमने तो उनसे

हमने तो उनसे बेशुमार मोहब्बत की थी….
पर
उनके कुछ गुनाह ऎसे थे
की
आज उस मोहब्बत से बड़ी नफरत हो चुकी है..