ज़िन्दगी तेरे जज़्बे
को सलाम !!
पता है कि मंज़िल
मौत है ….
फिर भी दौड़ रही है ….!!!!
Category: व्यंग्य शायरी
कोई चाहता है
हर कोई चाहता है कि सब उसकी
तारीफ़ करें
पर ?
यह इच्छा अंतिम संस्कार वाले दिन ही पूरी होती है
सम्मान हो या सामान
तब तक कमाओ…जब तक “महंगी” चीज “सस्ती” ना लगने लगे !
चाहे वो सम्मान हो या सामान….!!
Bahut Jald Hi
sabar rkhho bahut jald hi mehsoos hoga….tumhe ..
mera hona kya tha our mera naa hona kya hei…
कोई बात नहीं
आपने तीर चलाए तो कोई बात नहीं,
हमने जख्म दिखाए तो बुरा मान गए।
Jo Khoya Hai
Jo Khoya Hai Us Ka Ghum Nahi!
“Lekin Jo Paaya Hai Wo Kisi Sey Kam Nahi!
Jo Nahi Hai Wo Ek Khawab Hai
Aur
Jo Hai Wo Lajwab Hai………
शायरी का हुनर
यूँ ही नही आता ये शेर-ओ-शायरी का हुनर,
कुछ खुशियाँ गिरवी रखकर जिंदगी से दर्द खरीदा है।
Likhi Ja Chuki Hai ….
Kismat Pehle Hi Likhi Ja Chuki Hai ….
to
Koshish Karne Se Kya Milega?
दर्द ऐ दिल
बस एक बार इस दर्द ऐ दिल को खत्म कर दो…
.
.
“मैं वादा करता हूँ फिर कभी मोहब्बत नहीं करूंगा…
वाह रे इश्क़
वाह रे इश्क़ तेरी मासूमियत का जवाव नहीं
हँसा हँसा कर करता है बर्बाद तू मासूम लोगो को