विपत्ति का जीवन

विपत्ति का जीवन मे आना । “पार्ट ओफ लाइफ” है।और और उस विपत्ति में मुस्कुरा कर शांति से बाहर निकलना।

टुकड़े टुकड़े होकर

उनकी नफरत भरी नज़रों के तीर तो बस
हमारी जान लेने का बहाना था

दिल हमारा टुकड़े टुकड़े होकर बिखर गया
पूरी महफ़िल बोली वाह ! क्या निशाना था

मुझे मालूम है

मुझे मालूम
है कुछ रास्ते
कभी मंजिल तक नहीं जाते

फिर भी मैं चलता रहता हू
क्यूँ कि उस राह में कुछ
अपनों के घर भी आते है …!!